वित्तवर्ष 2022-23 में सितंबर से मार्च तक बैंकों और पेमेंट ऑपरेटर्स ने 1750 करोड़ रुपए के ऑनलाइन पेमेंट फ्रॉड रिपोर्ट किए हैं.
सुप्रीम कोर्ट ने हिंडनबर्ग मामले में दो मार्च को बाजार नियामक से दो महीने में जांच करने को कहा था. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद समूह अदानी ग्रुप की कंपनियों के शेयर बुरी तरह से टूट गए थे.